दिल्ली (टेक टीम) जिओ की लॉन्चिंग के बाद अब अनील अंबानी ने भी एक बड़ा दाव खेला है। रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) और एयरसेल के बीच यह मर्जर होने की घोषणा हुई है जिसमें दोनों की टोटल असेट्स 65 हजार करोड़ रुपए की हो जाएंगी। नई कंपनी 2G, 3G और 4G के लिए सेवाएं देगीं। एक्सपर्ट्स की माने तो यह टेलिकॉम सेक्टर का यह अब तक का सबसे बड़ा मर्जर है और इससे इससे टेलिकॉम सेक्टवर में स्थिरता आ सकती साथ ही प्रतिस्पटर्धा भी बढ़ेगी। इस मर्जर से आरकॉम और एयरसेल दोनों की रीब्रांडिंग होगी। नई कंपनी का नाम होगा ‘मर्डेको’ और यह देश की चौथी सबसे बड़ी मोबाइल फोन ऑपरेटर कंपनी होगी। इस डील से सब्सक्राइबर बेस और टेलिकॉम सेक्टर में दोनों का रेवेन्यू बढ़ेगा। टेलिकॉम सेक्टर में होगा तीसरे नंबर के लिए मुकाबला इस डील से दोनों कंपनियों को फायदा होगा। आरकॉम का कर्ज जहां 20 हजार करोड़ घटेगा तो वही एयरसेल का 4000 करोड़ रुपए तक घट जाएगा। इसमें दोनों कंपनियों की 50-50 फीसदी हिस्सेदारी होगी। नई कंपनी के पास 850, 900, 1800 और 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड्स में दूसरा सबसे बड़ा स्पेक्ट्रम होगा। यानी देखा जाए तो इसमें फायदा ग्राहकों को ही होगा। एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में कंपनियां ग्राहकों को नए नए ऑफर्स दे सकती है।